ग्रंथि किसे कहते है? (What is Gland?)
कशेरुकी जीवों में पाए जाने वाली थैले जैसी संरचना जिससे हार्मोन और एंजाइम स्रावित होते हैं। इस प्रकार के थैले जैसी संरचना को ही ग्रंथि कहते हैं। हार्मोन शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ है उत्तेजित करने वाला पदार्थ। हार्मोन का स्राव शरीर की कुछ विशेष प्रकार की ग्रंथियों द्वारा होता है जिन्हें अंतःस्रावी ग्रंथियां कहते हैं। अंतःस्रावी ग्रंथि ग्रंथियों के प्रकार में से एक है।
ग्रंथियों के प्रकार (Types Of Glands)
कशेरुकी जंतुओं में तीन प्रकार की ग्रंथियाँ पाई जाती हैं।
1)बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine Glands)
2) अंतःस्रावी ग्रंथियाँ (Endocrine Glands)
3) मिश्रित ग्रंथियाँ (Mixed Glands)

बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine Glands)
ऐसी ग्रंथियाँ जिनके द्वारा स्रावित स्राव को विभिन्न अंगों तक पहुंचाने के लिए वाहिनियों या नलिकाओं का प्रयोग होता है बहिःस्रावी ग्रंथियाँ कहलाती हैं। बहिःस्रावी ग्रंथियों को नलिकायुक्त ग्रंथियाँ भी कहते हैं। इन ग्रंथियों के स्राव को एन्जाइम कहा जाता है। स्वेद ग्रंथि, दुग्ध ग्रंथि, लार ग्रंथि, श्लेष्म ग्रंथि, अश्रु ग्रंथि आदि बहिःस्रावी ग्रंथियों के प्रमुख उदाहरण हैं।
अंतःस्रावी ग्रंथियाँ (Endocrine Glands)
ऐसी ग्रंथियाँ जिनमें वाहिकाओं या नलिकाओं का प्रयोग नहीं होता है अंतःस्रावी ग्रंथियाँ कहलाती हैं। इन ग्रंथियों को नलिका विहीन ग्रंथि भी कहते हैं। अंतः स्रावी ग्रंथियाँ नलिका के अभाव में अपने स्राव को सीधे रुधिर परिसंचरण में मुक्त करती हैं। अंतः स्रावी ग्रंथि द्वारा स्रावित स्राव को अंतःस्राव या हार्मोन कहते हैं। यह हार्मोन फिर रुधिर के साथ उन अंगों तक चले जाते हैं जहां उसका प्रभाव होना होता है। पीयूष ग्रंथि, थाइरॉइड ग्रंथि, अधिवृक्क ग्रंथि, पैराथाइरॉइड ग्रंथि, पीनियल काय, थाइमस ग्रंथि आदि प्रमुख अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हैं।
मिश्रित ग्रंथियाँ (Mixed Glands)
कुछ ग्रंथियाँ ऐसी होती हैं जो बहिःस्रावी तथा अंतःस्रावी दोनों ही प्रकार की होती हैं उन्हें मिश्रित ग्रंथियाँ कहते हैं। जैसे-अग्न्याशय
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अंतःस्रावी ग्रंथियों के प्रकार एवं उनसे स्रावित हार्मोन
पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)
यह ग्रंथि कपाल की स्फेनॉयड हड्डी में मेलटार्सिका नामक गड्ढे में उपस्थित रहती है। यह तालु एवं मस्तिष्क के अधर तल मध्य में स्थित होती है इसका भार लगभग 0.6 ग्राम होता है। स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान यह कुछ बड़ी हो जाती है। पीयूष ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि कहते हैं क्योंकि यह अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों को नियंत्रित करती है। यह व्यक्ति के स्वभाव, स्वास्थ्य, वृद्धि एवं लैंगिक विकास को भी प्रेरित करती है।
पीयूष ग्रंथि से स्रावित होने वाले हार्मोन
- वृद्धि हार्मोन या सोमैटोट्रॉपिक हार्मोन
- थाइरोट्रॉपिक या थाइरॉइड प्रेरक हार्मोन
- एड्रीनोकॉर्टिको ट्रॉपिक हार्मोन
- गोनेडोट्रॉपिक हार्मोन
- फॉलिकिल उत्तेजन हार्मोन
- ल्यूटीनाइजिंग हार्मोन
- दुग्धजनक हार्मोन
- मिलैनोसाइट हार्मोन
- वेसोप्रेसिन हार्मोन
- ऑक्सीटोसिन या पाइटोसिन हार्मोन
अवटु ग्रंथि (Thyroid Gland)
यह ग्रंथि श्वास नली या ट्रैकिया के दोनों तरफ लैरिंक्स के नीचे स्थित होती है। यह संयोजी ऊतक की पतली अनुप्रस्थ पट्टी से जुड़ी रहती है जिसे इस्थमस कहते हैं। यह अनेक खोखली व गोल पुटिकाओं से मिलकर बनता है। इन पुटिकाओं की गुहा में आयोडीन युक्त गुलाबी रंग का कोलायडी पदार्थ स्रावित होता है जिसे थाइरोग्लोब्यूलिन कहते हैं। थाइरॉइड ग्रंथि का अंतःस्राव या हार्मोन थाइरॉक्सिन तथा ट्रायोडोथाइरोनिन इन दोनों ही हार्मोन में आयोडीन अधिक मात्रा में रहता है।
अवटु ग्रंथि से स्रावित हार्मोन
- थाइरॉक्सिन
परावटु ग्रंथि (Parathyroid Gland)
यह मटर की आकृति की पालियुक्त ग्रंथि होती है। ये थाइरॉइड ग्रंथि के पीछे स्थित रहती है और संयोजी ऊतक के एक संपुट द्वारा उससे अलग रहती है।
परावटु ग्रंथि के द्वारा स्रावित हार्मोन
- पेराथाइरॉइड हार्मोन
- कैल्सीटोनिन हार्मोन
अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
अधिवृक्क ग्रंथि को ऊपरिवृक्कीय ग्रंथि या सुप्रारीनल ग्रंथि के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रंथि प्रत्येक ग्रंथि के ऊपरी सिरे पर अंदर की ओर स्थित रहती है। वस्तुतः अधिवृक्क ग्रंथि के दो भाग होते हैं
1) एड्रीनल कॉर्टेक्स
2) एड्रीनल मेडुला
एड्रीनल कॉर्टेक्स द्वारा स्रावित हार्मोन
- ग्लूकोकॉर्टिक्वॉयडस
- मिनरलोकॉर्टिक्वॉयडस
- लिंग हार्मोन
एड्रीनल मेडुला द्वारा स्रावित हार्मोन
- एड्रीनेलीन
- नॉर एड्रीनेलीन या नॉरएपिनेफ्रीन